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    विवादित बयान देने वाले प्रचार प्रमुख की संघ से छुट्टी के बाद एफआईआर भी दर्ज

    Updated: March 4, 2017, 5:24 PM IST
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    केरल में 'राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा' को लेकर विवादित बयान देने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की उज्जैन महानगर इकाई के पूर्व सह प्रचार प्रमुख डॉ. कुंदन चंद्रावत के खिलाफ पुलिस ने मध्य प्रदेश में मामला दर्ज कर लिया है. लेकिन केरल में सत्तारूढ़ मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) इससे संतुष्ट नहीं है.
    पार्टी ने शनिवार को राज्य सरकार से यह कहते हुए चंद्रावत के खिलाफ मामला दर्ज कराने को कहा कि मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार होने की वजह से उन्हें इस मामले में कार्रवाई की उम्मीद नहीं है.
    विवादित बयान देने वाले प्रचार प्रमुख की संघ से छुट्टी के बाद एफआईआर भी दर्ज
    डॉ. कुंदन चंद्रावत
    केरल में माकपा के राज्य सचिव कोदियेरी बालकृष्णन ने एक बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि केरल सरकार के पास चंद्रावत के खिलाफ मामला दर्ज कराने के अलावा और कोई चारा नहीं है, क्योंकि मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजापा सरकार से उनके (चंद्रावत) खिलाफ कार्रवाई की कोई उम्मीद नहीं है.
    बालकृष्णन ने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) भी उनके खिलाफ मामला दर्ज कर सकती है, लेकिन यह भी नहीं होगा, क्योंकि केंद्र में भाजपा की सरकार है और इसलिए कोई मामला दर्ज नहीं होगा.
    मध्य प्रदेश के उज्जैन में चंद्रावत के खिलाफ शुक्रवार रात मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए चंद्रावत के खिलाफ मामला दर्ज किया. माधवनगर थाने के प्रभारी एम.एस. परमार ने बताया कि डॉ. कुंदन चंद्रावत के बयान पर संज्ञान लेते हुए पुलिस ने शुक्रवार रात को धारा 505 (लोक शांति के भंग होने की आशंका और वर्ग संघर्ष की स्थिति पैदा होने के आसार) के तहत मामला दर्ज कर लिया.
    आरएसएस के सह प्रचार प्रमुख कुंदन चंद्रावत ने बुधवार को जन अधिकार समिति की ओर से उज्जैन में आयोजित धरना-प्रदर्शन में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का सिर कलम करने वाले को एक करोड़ रुपए का इनाम देने का एलान किया था. चंद्रावत के इस बयान के बाद संघ की खूब किरकिरी हुई, जिसके मद्देनजर संघ ने शुक्रवार को उन्हें तमाम दायित्वों से मुक्त कर दिया था. लेकिन माकपा का कहना है कि आरएसएस द्वारा चंद्रावत के खिलाफ उठाया गया कदम काफी नहीं है.
    बालकृष्णन ने कहा कि हमने टिप्पणी की गंभीरता को देखते हुए केरल सरकार से आरएसएस प्रचारक के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा है, क्योंकि इस टिप्पणी का हमारे राज्य पर असर पड़ सकता है

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