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    काजोल की ऐसी 3 फिल्में जिन्हें बार बार देखने को पसंद किया दर्शकों


    काजोल कितनी बेहतरीन एक्ट्रेस हैं यह कहने की ज़रूरत नहीं है। कई फिल्मों में वे अपने अभिनय की छाप छोड़ चुके हैं। पेश है काजोल की वो 11 श्रेष्ठ फिल्में जो बार-बार देखी जा सकती हैं। ये कहां देखा जा सकता है वह भी बताया गया है ताकि आप आसानी से ढूंढ कर देख सकें।
    1) बेखुदी (1992)
    राधिका के माता-पिता ने कनाडा में विक्की से उसकी शादी की व्यवस्था की है। वह उससे बेहतर तरीके से जानने के लिए व्यक्ति से मिलने के लिए वहाँ जाने के लिए जोर देती है जिससे वे सहमत होते हैं। एक बार कनाडा में वह विक्की के साथ मिलता है और शुरू में उसे मंजूरी देता है। वह फिर रोहित से मिलती है और धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे के प्यार में पड़ जाती हैं। माता-पिता और उसका मंगेतर राधिका को उनकी इच्छाओं का पालन करने के लिए मजबूर करते हैं।
    यह काजोल की पहली फिल्म थी और उन्होंने इसमें अपने अभिनय की छाप छोड़ने में कामयाब रही हैं।
    कलाकार: कमल सदाना, काजोल, तनुजा, फरीदा जलाल, कुलभूषण खरबंदा, राजेंद्र नाथ, इफ्तिखार, जगदीश राज, विकास, आनंद, रुबीना, विजदेशद्र गजगे, उदय देवारे।
    निर्देशक: राहुल रावल

    2) बाजीगर (1993)
    अजय शर्मा अपने पिता की मौत के लिए संशोधित लेना चाहता है। वह उस आदमी को मारना चाहता है जिसने उसके साथ अन्याय किया है। वह संशोधित करने के लिए चरित्र की बड़ी बेटी को आकर्षित करता है और उसकी हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप देता है। इसके बाद वह उसके परिवार के बाकी लोगों को खत्म करने की जानकारी रचता है।
    यह शाहरुख खान की पहली सफल भूमिका थी, जिसमें वे एकमात्र हूर थे। यह काजोल की पहली व्यावसायिक सफल फिल्म भी थी। बाजीगर पहली फिल्म थी जिसमें शाहरुख खान ने खलनायक की भूमिका निभाई थी।

    कलाकार: शिल्पा शेट्टी, काजोल, शाहरुख खान, राखी गुलजार, दलीप ताहिल, सिद्धार्थ रे, जॉनी लीवर, अनंत महादेवन, रेशम टिप डेनिस, दिनेश हिंगू, मनमजी कॉंगलिया, आदि इरानी, ​​राजू श्रीवास्तव।
    निर्देशक: मस्तान बर्मावाला, अब्बास बर्मावाला
    3) दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (1995)
    राज और सिमरन यूरोप में एक यात्रा के दौरान मिलते हैं और दोनों को एक-दूसरे से प्यार होता है। जब राज को पता चलता है कि सिमरन की सगाई हो चुकी है तो वह सिमरन और उसके पिता का दिल जीतने के लिए
    भारत आता है।

    यह फिल्म 'डीडीएलजे' के नाम से भी प्रसिद्ध है। किरण खेर ने फिल्म का आखिरी टाइटल 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' दिया था। इस फिल्म का निर्देशन प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और निर्देशक यश चोपड़ा के पुत्र आदित्य चोपड़ा ने किया। मुंबई के मराठा मंदिर में इस फिल्म ने लगातार चलने का रिकॉर्ड बनाया।

    'इंडिया टाइम्स मूवीज' पत्रिका ने इसे 'भारत की 25 जरूर देखें' फिल्म में शामिल किया। यह दुनिया के 1,000 फिल्में जिन्हें 'मरने से पहले जरूर देखें' में शामिल है। इस सूची में हिन्दी की महज 2 फिल्में शामिल हैं।
    निर्देशक : आदित्य चोपड़ा
    कलाकार :शाहरुख खान, काजोल देवगन, अनुपम खेर, अमरीश पुरी, करण जौहर, फरीदा जलाल, परमीत सेठी, मंदिरा बेदी, सतीश शाह।

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