घर वापसी से मजदूरों के चेहरे पर लौटी रोनक
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मध्यप्रदेश के मजदूर जो अन्य राज्यों के विभिन्न शहरों में फँसे थे, राज्य सरकार ने उन्हें लाने के लिये व्यापक इंतजाम किये हैं। इससे मजदूरों को पूरी सुविधाओं के साथ मध्यप्रदेश में वापस लाने का सिलसिला लगातार जारी है। इन मजदूरों ने लॉकडाउन के कारण विभिन्न तरह की मुसीबतों का सामना किया, लेकिन वे अब शासकीय मदद से खुशी-खुशी घर आ रहे हैं।
ऐसे ही प्रवासी मजदूर को लेकर विशेष ट्रेन टीकमगढ़ पहुँची। इन मजदूरों में से दमोह जिले के हटा तहसील के रामलाल अहिरवार भी हैं। ट्रेन से उतरते ही उनकी आँखों में दिखा सुकून बहुत कुछ कह रहा था। उन्होंने बताया कि गुडगाँव में मजदूरी कर जीवन चला रहे थे। लॉकडाउन में उनका काम तो छीना ही और दो वक्त की रोटी नसीब नहीं हो पा रही थी। रामलाल का कहना था कि घर वापसी ट्रेन से हुई। न उनका कोई पैसा लगा बल्कि रास्ते में भोजन-पानी की व्यवस्था भी अच्छी थी।
हरियाणा के दादरी में फँसे मानिकलाल पटेल श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन से अपने गृह जिला छतरपुर पहुँचे। मानिक का कहना था कि उन्होंने वापस आने की उम्मीद छोड़ दी थी पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की सहृदयता और उनके प्रयासों के कारण ही वे अपने घर वापस आ सके हैं।